Wednesday, 21 September 2016

शेयर बाजार और ज्योतिष कैसे बनते है लाभ -हानि के योग

शेयर बाजार और ज्योतिष कैसे बनते है लाभ -हानि के योग 

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ज्योतिष शास्त्र में  ग्रहों की स्थिति पर विचार करके शेयर में निवेश  करें तो शेयर में नुकसान होने की संभावना नहीं रहती है अत: निवेश से पूर्व ग्रह स्थिति का विचार अवश्य कर ना चाहिए|
प्रश्न कुण्डली के अनुसार जब शेयर में लाभ के संदर्भ में प्रश्न पूछते हैं तब प्रश्न कुण्डली में पंचम भाव एवं द्वितीय भाव से विचार करते हैं कि आपको लाभ मिलेगा अथवा नहीं.
द्वितीय भाव शेयर के विषय में विचार किया जाता है, जबकि पंचमभाव से विचार करने का कारण यह है कि शेयर से मिलने वाले लाभ को अचानक मिलने वाले लाभ की श्रेणी में रखा गया है.                                                               जब आपकी कुण्डली में द्वितीय भाव/द्वितीयेश कापंचम भाव/पंचमेश के साथ युति या दृष्टि से किसी भी प्रकार शुभ सम्बन्ध स्थापित होता है तोआपको शेयर मार्केट से धन लाभ होता है. शेयर में विशेष लाभ के लिए बृहस्पति का मजबूत   होना आवश्यक माना गया है क्योंकि द्वितीय एवं पंचम दोनों भावों का कारक बृहस्पति होता है.
प्रश्न कुण्डली के अनुसार आपको शेयर से लाभ प्राप्त होगा या नहीं इस संदर्भ में लग्न/लग्नेश से विचार किया जाता है. लग्न/लग्नेश के मजबूत होने से आपको शेयर में किये गये निवेश सेलाभ मिलता है. द्वितीय भाव/द्वितीयेश तथा पंचम भाव/पंचमेश शुभ स्थिति में होंइसके बावजूद लग्न/लग्नेश कमजोर स्थिति में हों तो शेयर बाज़ार में लाभ की स्थिति रहने पर भी आप लाभ कापूर्ण उपभोग नहीं कर पाते हैं.
शेयर में नुकसान किन स्थितियों में होता है यदि   द्वितीय भाव/द्वितीयेश तथा पंचम भाव/पंचमेश यदि कमजोर स्थितिमें हों तो शेयर में निवेश करने सेलाभ नहीं मिलता है. उपरोक्त भाव एवं ग्रहों के पाप पीड़ित अवस्था में होने अर्थात मंगल,शनि एवं राहु/केतु केद्वारा युति या दृष्टि से पीड़ित होने से शेयर मेंलाभ के संदर्भ में उपरोक्त ग्रह बाधा डालते हैं. उपरोक्त पापी ग्रह प्रश्न लग्न के लिए योग कारक हों तो फिर बाधाकी जगह इनसे सहायता मिलती है शेयर में लाभ के संदर्भ में कारकेश अर्थात बृहस्पति की स्थिति का विश्लेषण करें तो पता चलता है कियदि कारकेश कमजोर स्थिति में हों तो अपेक्षित लाभ मिलने की संभावना नहीं रहती है. शेयर बाज़ार से लाभ के लिए भाव/भावेश  के साथ-साथ कारकेश का बलवान होना भीआवश्यक है.
इन सभी तथ्यों के अतिरिक्त एक और महत्वपूर्ण तथ्य है चन्द्रमा की दृष्टि. प्रश्न कुण्डली में चन्द्रमा की दृष्टिका बहुत महत्व  है. चन्द्रमा की दृष्टि से ज्ञात होता हैकि आपको शेयर में किस वक्त लाभ मिलने वाला है.


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