Friday, 9 October 2020

शनि गोचर 2021 का सभी 12 राशियों पर किन प्रभाव किस राशियो की खुलेगी किस्मत


 शनि गोचर 2021 का सभी 12 राशियों पर किन प्रभाव किस राशियो की खुलेगी किस्मत 

 Saturn Transit 2021


 साल 2021 में शनि देव राशि परिवर्तन तो नहीं करेंगे और पूरे वर्ष अपनी स्वराशि यानी की मकर में ही विराजमान रहेंगे, लेकिन इस साल शनि का नक्षत्र परिवर्तन अवश्य होना है। साल की शुरुआत में शनि देव उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में स्थित होंगे, जिसका स्वामी सूर्य ग्रह को कहा जाता है और उसके बाद 22 जनवरी को शनि देव चंद्रमा के अधिपत्य वाले श्रवण नक्षत्र में प्रवेश कर जायेंगे। इस प्रकार शनि वर्षपर्यन्त उत्तराषाढ़ा और श्रवण नक्षत्रों में गोचर करेंगे और उसी के अनुसार लोगों को फल प्रदान करेंगे।


शनि गोचर 2021 का प्रभाव

 शनि गोचर की गति बहुत ही धीमी मानी जाती है और ये इंसान के जीवन को प्रभावित करता है। कहते हैं शनि की महिमा का कोई मुकाबला नहीं होता है क्योंकि जिस भी इंसान पर शनि की दया-दृष्टि पड़ जाती है वो अवश्य ही धन्य हो जाता है। ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को, सूर्य पुत्र ,शनिश्चर,छाया पुत्र और मंद जैसे इत्यादि नामों से जाना जाता है। शनि का गोचर, साढ़े सती और महा दशा का हमारे जीवन में बहुत असर होता है। शनि का परिवर्तन इंसान के लिए सुखद और दुखद दोनों ही हो सकता है।

 शनि गोचर 2021 / Saturn Transit 2021 का सभी 12 राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा?

मेष राशि

शनि देव इस साल आपकी राशि से आपके दशम भाव में गोचर कर रहे हैं और साल-भर फिर इसी भाव में रहेंगे। इस शनि गोचर के फल-स्वरूप आपको इसके मिले-जुले परिणाम मिलने की आशंका है। जब शनि मेष राशि के उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में भ्रमण करेगा तब इसके फलस्वरूप आपको अपने ज्ञान के सदुपयोग से कार्य-क्षेत्र में सफलता मिलने के योग हैं।

काम में बहुत ज़्यादा व्यस्तता होने की वजह से आपके स्वास्थ पर इसका सीधा असर पड़ सकता है। आपको किसी तरह का कोई शारीरिक कष्ट भी परेशान कर सकता है। इस दौरान किन्ही कारणवश आपके पारिवारिक जीवन से भी आपकी थोड़ी दूरी बन सकती है। कार्य-क्षेत्र में आपको बहुत ज़्यादा मेहनत करना पड़ेगा तभी आपको उसका फल मिलेगा।

इसके बाद शनि के श्रवण नक्षत्र में संचरण करने से आपकी माता जी को स्वास्थ समबन्धी थोड़ी समस्या हो सकती है। आपके परिवार में भी किसी तरह का कोई कलह उत्पन्न होने की प्रबल संभावना जिसके चलते आपके परिवार की शांति भंग होने के पूरे-पूरे योग हैं। हालाँकि इसके विपरीत इस समय आपको कार्य-क्षेत्र में काफी सफलता मिल सकती है।

 क्योंकि ये समय  काफी चुनौती-पूर्ण होने की संभावना है। स्वास्थ का ध्यान रखें अन्यथा आपकी एड़ियों और पैरों में दर्द हो सकता है और है तो बढ़ सकता है और नींद की कमी की समस्या भी हो सकती है।

उपाय: आपको प्रत्येक शनि वार की प्रातः   किसी मंदिर अथवा धार्मिक स्थल की सीढ़ियों को जाते हुए रास्ते पर साफ़ सफाई करनी चाहिए।

वृषभ राशि

शनि देव इस साल आपकी राशि से आपके नवम भाव में गोचर कर रहे हैं और वर्ष पर्यन्त इसी भाव में रहने वाले हैं। शनि गोचर 2021 का आपकी राशि पर काफी अच्छा असर देखने को मिल सकता है। सबसे पहले जब शनि आपकी राशि के उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में भ्रमण करेगा तो उसके फलस्वरूप आपके परिवार में सुख समय आने की आशंका है। अगर इस दौरान आप कोई नयी प्रॉपर्टी भी लेते हैं तो उसमें आपको सफलता ही मिलेगी। 

 इसके बाद जब शनि श्रवण नक्षत्र में संचरण करेगा तब उसके फलस्वरूप आपको निजी प्रयासों के द्वारा सफलता मिल सकती है। इस दौरान आपकी आमदनी भी बढ़ सकती है। धर्म-कर्म के मामलों में आपकी जागरूकता बढ़ सकती है। हालाँकि भाई-बहनों को किसी प्रकार की कोई समस्या होने के प्रबल योग। आपको आपकी मेहनत का फल अवश्य मिलेगा।

उपाय: आपको महाराज दशरथ द्वारा रचे गए नील शनि स्तोत्र का नियमित रूप से पाठ चाहिए।

मिथुन राशि

शनि देव इस साल आपकी राशि से आपके अष्टम भाव में गोचर कर रहे हैं और वर्ष पर्यन्त इसी भाव में रहेंगे। जिसके प्रभाव से साल-भर आपकी ज़िदगी में उठा-पटक की स्थिति बनी रहेगी।

शनि के उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में भ्रमण करने से आपको अपने द्वारा किये गए प्रयासों में विफलता मिल सकती है जिससे आपका मन अप्रसन्न रह सकता है। आपके छोटे भाई बहनों को किसी प्रकार का कोई कष्ट हो सकता है। मिथुन जातकों को किसी बड़े रोगों की प्रबल संभावना है। ये समय आपके लिए परेशानियों भरा रहने वाला है। धैर्य से काम लें। इस समय बेहद ज़रूरी है कि आप अपना आध्यात्मिक आचरण बनाये रखें। भाग्य में थोड़ी कमी होने की आशंका।

इसके बाद जब शनि श्रवण नक्षत्र में संचरण करेगा तब इसके प्रभाव से एक बार फिर आपके मानसिक तनाव में वृद्धि होने की उम्मीद है। अगर आप कोई भी काम कर रहे हैं तो उसमें अवरोध पैदा होने की स्थिति बन सकती है। मेहनत करते रहिये आपको अपनी मेहनत का फल अवश्य मिलेगा।  अन्यथा ससुराल पक्ष से तनाव की संभावना है। किसी अनचाही यात्रा पर भी जाने के योग हैं।

उपाय: आपको शनिवार के दिन  की शनि आराधना करनी चाहिए।

कर्क राशि

शनि देव 2021 में आपकी राशि से आपके सप्तम भाव में गोचर कर रहे हैं और वर्ष पर्यन्त इसी भाव में रहेंगे।  कर्क जातकों को मिले-जुले परिणाम मिलने की संभावना है। सबसे पहले जब शनि उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में प्रवेश करेगा तब कर्क जातकों के जीवन-साथी को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां झेलनी पड़ सकती है।  कर्क जातकों के दाम्पत्य जीवन में तनाव होने की आशंका बनती नज़र आ रही है।

उन्हें इस समय उनके व्यापार में सफलता मिलने के पूरे-पूरे योग हैं। हालाँकि आपके दांपत्य जीवन में थोड़ा उतार-चढ़ाव लगा रहेगा। व्यापार के क्षेत्र से जुड़े जातकों को बेहद चौकन्ना रहने की सलाह है क्योंकि जहाँ एक तरफ आपको व्यापार में सफलता मिलने के योग हैं  आपका आपके साझेदार से झगड़ा होने के भी योग हैं।  इस कठिन समय में आपको आपके ससुराल पक्ष का पूरा-पूरा सहयोग मिलेगा। 

इसके बाद जब शनि श्रवण नक्षत्र में संचरण करेगा तो इसके फलस्वरूप आपका मानसिक तनाव बढ़ने की उम्मीद है।  तो उससे आपको मुक्ति मिलने की संभावना है। प्रेमी जातकों के लिए भी ये समय काफी अच्छा जाने वाला है क्योंकि अगर किसी भी कारणवश आपकी और आपके जीवन साथी के बीच दूरियाँ आ गयी हैं तो वो इस समय ज़रूर कम हो सकती हैं। व्यापार के क्षेत्र से जुड़े जातकों के लिए समय बेहद उपयुक्त क्योंकि व्यापार के लिए ये समय काफी बेहतर होने वाला है। इस दौरान आपके मान सम्मान में वृद्धि होगी और किसी लंबी यात्रा पर जाने की प्लानिंग भी होगी।

उपाय: आपको शनिवार के दिन किसी लोहे अथवा मिट्टी के बर्तन में सरसों का तेल भर कर उसमें अपनी सूरत देख कर उसका छाया दान करना चाहिए।

सिंह राशि

शनि देव इस साल आपकी राशि से आपके षष्ठम भाव में गोचर कर रहे हैं और वर्ष पर्यन्त इसी भाव में रहेंगे। शनि के इस गोचर से सिंह जातकों को कुछ अच्छे तो कुछ बुरे परिणाम झेलने पड़ सकते हैं। सबसे पहले जब शनि उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में भ्रमण करेगा तब सिंह जातकों को उनके स्वास्थ्य को लेकर परेशानी हो सकती है। 

किसी प्रतियोगी परीक्षा में हिस्सा लेने की सोच रहे हैं तो अवश्य इस दिशा में कदम बढ़ाइए क्योंकि इस गोचर के प्रभाव से आपको इस प्रतियोगिता में सफलता मिलने के प्रबल योग हैं।  प्रेम जीवन में थोड़ा उतार-चढ़ाव लगा रहेगा। पार्टनर से किसी बात पर तकरार होने की आशंका साथ ही ख़र्चों में भी बढ़ोतरी के योग हैं।

इसके बाद जब शनि श्रवण नक्षत्र में संचरण करेगा तब आपके विदेश यात्रा के लिए प्रबल योग बन सकते हैं। इस दौरान आपके ख़र्चों में भी वृद्धि होने की पूरी-पूरी संभावना है इस गोचर से आपके स्वास्थ पर असर पड़ेगा। सिंह जातकों को वायु रोग, जुकाम, ख़ासी जैसी दिक्कतें परेशान कर सकती हैं। कोर्ट कचहरी में कोई मामला चल रहा है तो उसमें आपको सफलता मिलने से लाभ होने की आशंका। इस दौरान आपकी आमदनी में कमी रह सकती है। प्रयासों में अल्प सफलता के योग बन रहे हैं।

उपाय: आपके लिए  गुड  दान  करना फ़ायदेमंद साबित होगा।

कन्या राशि

2021 में शनि देव आपकी राशि से आपके पंचम भाव में गोचर कर रहे हैं और वर्ष पर्यन्त इसी भाव में रहेंगे। इस शनि गोचर 2021 का कन्या राशि पर मिला-जुला प्रभाव रहने वाला है। जब शनि उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में भ्रमण करेगा तब कन्या जातकों के संतान के विदेश जाने के योग प्रबल होंगे। इसके अलावा शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े जातकों को पढ़ाई में रुकावट झेलनी पड़ सकती है। मानसिक तनाव में वृद्धि होने की आशंका है।

 इस समय कुछ जातकों को प्रेम विवाह की सौगात भी मिल सकती है। प्रेमी जातकों के लिए उचित समय क्योंकि इस दौरान आपके प्रेम जीवन में सच्चाई के साथ सफलता और समर्पण की भावना का विकास होगा।

इसके बाद जब शनि श्रवण नक्षत्र में संचरण करेगा तब आपकी आमदनी में बढ़ोतरी होने के योग हैं। इस दौरान आपके जीवन में धन आगमन के स्रोत बढ़ेंगे।  संतान पक्ष से थोड़ी समस्या हो सकती है। शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े जातकों को पढ़ाई में व्यवधान हो सकता है। इस समय अपनी बुद्धि का सोच समझकर इस्तेमाल करें इससे आपको अच्छा लाभ मिल सकता है। प्यार के मामले में आप इस समय खुश-किस्मत रहेंगे और कुछ जातकों के प्रेम विवाह की भी प्रबल संभावना है।

उपाय: हनुमान जी की उपासना करना और शनि देव के किसी भी मंत्र का जाप आपके लिए काफी अनुकूल रहेगा।

तुला राशि

शनि देव इस साल आपकी राशि से आपके चतुर्थ भाव में गोचर कर रहे हैं और वर्ष पर्यन्त इसी भाव में रहेंगे। से तुला जातकों को मिले-जुले परिणाम मिलने के आसार बन रहे हैं। शुरुआत में जब शनि उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में भ्रमण करेगा तब इसके फलस्वरूप प्रॉपर्टी के क्षेत्र में आपको लाभ हो सकता है। इस दौरान अगर आप प्रॉपर्टी खरीदने की सोच रहे हैं तो आपको इस दिशा में कदम अवश्य बढ़ाना चाहिए। इस समय आपका अपना मकान बनाने का भी सपना पूरा हो सकता है।

ये समय आपके लिए ख़ुशियाँ भी लेकर आने वाला है। सामाजिक दृष्टि से आपके मान-सम्मान में बढ़ोतरी होने के आसार हैं। इस समय आपका आर्थिक पक्ष काफी मज़बूत रहने वाला है। स्वास्थ सम्बन्धी कुछ परेशानियां उठानी पड़ सकती हैं। आपको आपके कार्य-क्षेत्र में सफलता मिलने के भी आसार हैं।

इसके बाद जब शनि श्रवण नक्षत्र में संचरण करेगा तब इसके फलस्वरूप आपके कार्य क्षेत्र में आपको अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। हालाँकि कठिन मेहनत का फल भी निराशाजनक हो सकता है जिससे आपको मानसिक तनाव होने की संभावना है। इस वक़्त बेहद ज़रूरी होगा कि आप अपनी प्रोफेशनल और पर्सनल ज़िंदगी के बीच सामंजस्य बैठा कर चलें। माता-पिता के स्वास्थ को लेकर सावधान रहने की सलाह दी जाती है क्योंकि इस दौरान उन्हें कोई बड़ी समस्या परेशान कर सकती हैं। आपको अपने विरोधियों से भी छुटकारा मिलेगा। संतान पक्ष और माता जी से सुख मिलने के पूरे-पूरे आसार हैं।

उपाय: आपको उत्तम गुणवत्ता वाला नीलम रत्न अपनी मध्यमा अंगुली में शनिवार के दिन पांच धातु अथवा अष्ट धातु की अंगूठी में धारण करना चाहिए।

वृश्चिक राशि

शनि देव इस साल आपकी राशि से आपके तृतीय भाव में गोचर कर रहे हैं और वर्ष पर्यन्त इसी भाव में रहेंगे। आपको काफी सकारात्मक परिणाम मिलने के योग बन रहे हैं। इस वर्ष शनि के उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में भ्रमण करने से आपको आपके हर कार्य में सफलता मिलने के योग हैं। कार्य-क्षेत्र में सफलता मिलने से आपकी ज़िदगी में ख़ुशियाँ। 

ऐसे में ये बेहद ज़रूरी है कि आप उनसे अपने अच्छे रिश्ते बनाये रखें। आपके छोटे भाई-बहनों को किसी बात से कोई कष्ट या परेशानी हो सकती है। आपको इस दौरान होने वाली यात्राओं से लाभ मिलेगा और इस यात्रा से आपको धन लाभ होने के भी आसार है। आपके भाई-बहनों के विदेश जाने के भी योग बन सकते हैं।

इसके बाद जब शनि श्रवण नक्षत्र में संचरण करेगा तब इसके फलस्वरूप आपका भाग्य इस समय आपका पूरा-पूरा साथ देगा। अगर लम्बे समय से कोई काम अटका है तो वो भी इस समय पूरा हो सकता है। विरोधियों से जीत मिलने के भी आसार हैं। आर्थिक मामलों में आपको सफलता मिलेगी। आपके ख़र्चों पर लगाम लगेगी।  आपके पारिवारिक जीवन में तनाव बने रहने की स्थिति रहने की उम्मीद है।

उपाय: आपको चींटियों को आटे और चीनी का कसार बनाकर डालना चाहिए।

धनु राशि

शनि देव 2021 में आपकी राशि से आपके द्वितीय भाव में गोचर कर रहे हैं और वर्ष पर्यन्त इसी भाव में रहेंगे। इस शनि गोचर से धनु जातकों को इसे सकारात्मक फल मिलने के आसार हैं। सबसे पहले जब शनि आपकी राशि के उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में भ्रमण करेगा तब धनु जातकों को सरकारी क्षेत्र से लाभ मिलने के पूरे-पूरे आसार हैं।

इस दौरान आपका भाग्य मज़बूत होगा। आपका पारिवारिक माहौल काफी बेहतर होने की उम्मीद है। अगर आपकी ज़िंदगी में लम्बे समय से कोई समस्या चली आ रही है तो वो भी इस वक़्त ख़तम हो सकती है। इस गोचर के प्रभाव से आपको आपके छोटे भाई-बहनों का भरपूर सहयोग मिलेगा। 

इसके बाद शनि के श्रवण नक्षत्र में संचरण करने से आपके जीवन में अचानक से धन प्राप्ति के योग बनेंगे। इस दौरान आपको कोई पैतृक संपत्ति का लाभ भी मिल सकता है। माता-पिता के स्वास्थ को लेकर सजग रहे  धनु जातकों के किसी काम में कुछ व्यवधान आ सकते हैं। इस वक़्त अपनी वाणी पर ध्यान देने की ज़रूरत हैं। कोशिश करें कि वाणी में कड़वाहट से आप बच सकें। आपको इस दौरान किसी बात से मानसिक तनाव भी रहेगा। शादीशुदा जातकों के दांपत्य जीवन में भी तनाव रहने की संभावना है।

उपाय: आपको शनिवार के दिन गरीब लोगों को भोजन देना चाहिए।

मकर राशि

शनि देव आपकी ही राशि में हैं अर्थात शनि देव 2021 में आपकी राशि से आपके प्रथम भाव में गोचर कर रहे हैं और वर्ष पर्यन्त इसी भाव में रहेंगे। जिससे आपके जीवन में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहेगी। सबसे पहले जब शनि आपकी राशि के उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में भ्रमण करेगा इसके अलावा इस दौरान आपको कहीं से अचानक ही धन की प्राप्ति होने की भी संभावना है।

 स्वास्थ समबन्धी कोई कष्ट आपको परेशान कर सकता है। पैतृक संपत्ति से जुड़े कामों में तेजी आ सकती है। मकर जातकों के दांपत्य जीवन में तनाव रहने के आसार हैं लेकिन आपको आपके ससुराल पक्ष की तरफ से भरपूर सहयोग मिलेगा।

इसके बाद शनि के श्रवण नक्षत्र में संचरण करने से आपके दांपत्य जीवन में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहेगी। आपकी भावुकता कई सीमाओं को इस दौरान तोड़ सकती है इसलिए ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। व्यापार के क्षेत्र से जुड़े जातकों को किसी यात्रा पर जाना पड़ सकता है और ये यात्रा उनके लिए फ़लदायी साबित हो सकता है। कार्य-क्षेत्र में मेहनत करेंगे तो आपके सफल होने के प्रबल योग हैं।

उपाय: शनि देव के मंदिर जाकर ॐ शं शनैश्चराये नमः मंत्र का जाप करते हुए शनि देव की आराधना करनी चाहिए।

कुंभ राशि

शनि देव इस साल आपकी राशि से आपके द्वादश भाव में गोचर कर रहे हैं और वर्ष पर्यन्त इसी भाव में रहेंगे। कुम्भ जातकों की ज़िंदगी में काफी नकारात्मक प्रभाव पड़ने के आसार नज़र आ रहे हैं। सबसे पहले जब शनि आपकी राशि के उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में भ्रमण करेगा तब इसके फलस्वरूप आपके दांपत्य जीवन में कुछ समस्याएं आ सकती हैं। इस दौरान आपको अपने और अपने जीवन-साथी के स्वास्थ का भी विशेष ध्यान रखना होगा

आपके आर्थिक ख़र्चों में बढ़ोतरी आने के योग हैं। सोच-समझकर ही धन खर्च करें। आपके पैरों में दर्द शुरू हो सकता है और साथ ही नींद से जुड़ी समस्या भी आपको परेशान कर सकती है। आपके विरोधियों से आपको किसी प्रकार की परेशानी हो सकती है।व्यापार के क्षेत्र से जुड़े जातकों को सफलता मिलने के योग हैं। अगर आप कहीं धन निवेश करने की सोच रहे हैं तो ये समय आपके लिए काफी सही साबित हो सकता है।

इसके बाद शनि के श्रवण नक्षत्र में संचरण करने पर किसी बात के चलते आपके मानसिक तनाव में वृद्धि आ सकती है। इस वक़्त ज़रूरी होगा कि आप अपने ख़र्चों को ज़रा सोच समझकर करें नहीं तो भविष्य में आपको दिक्कतें आ सकती हैं। आपके विदेशी स्रोतों से आपको लाभ मिल सकता है। कुम्भ राशि के जातक जो शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े हैं उनके लिए किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में हिस्सा लेने का ये सबसे उपयुक्त मौका साबित हो सकता है। इस वक़्त बेहद ज़रूरी है कि आप अपने विरोधियों से सावधान रहे।

उपाय: आपको शनि देव के बीज मंत्र ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराये नमः का प्रतिदिन एक निश्चित संख्या में जाप करना चाहिए।

मीन राशि

शनि देव इस साल आपकी राशि से आपके एकादश भाव में गोचर कर रहे हैं और वर्ष पर्यन्त इसी भाव में रहेंगे। मीन जातकों को काफी सकारात्मक प्रभाव मिलने के आसार हैं। सबसे पहले जब शनि आपकी राशि के उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में भ्रमण करेगा तब आप अपने विरोधियों पर विजय पाने में कामयाब रहेंगे। ये गोचर मीन राशि के उन जातको के लिए जो शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े हैं उनके लिए प्रतियोगी परीक्षाओं में हिस्सा लेने का बेहतरीन समय साबित हो सकता है।

आप इस समय के दौरान अपनी महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने में भी कामयाब होंगे। मीन जातकों को इस दौरान धन का लाभ भी होने के योग बनते नज़र आ रहे हैं। हालाँकि आपकी सामान्य शिक्षा में कुछ रुकावट आ सकती है। आपकी आमदनी में बढ़ोतरी होने की भी प्रबल उम्मीद है। इस समय आपको आपकी मेहनत का फल मिलेगा।

इसके बाद शनि के श्रवण नक्षत्र में संचरण करने से मीन जातक अपनी बुद्धि और विवेक के बल पर सफलता अर्जित करने में सफल हो सकते हैं। आपकी संतान से लाभ और संतान का भरपूर प्रेम मिलेगा। प्रेम में पड़े जातकों के प्रेम संबंधों में ये समय महत्वपूर्ण बदलाव का समय साबित हो सकता है। आप इस दौरान मानसिक रूप से मजबूत होंगे।  कार्य क्षेत्र में मेहनत करिये ये समय आपको उचित फल दिला सकता है।

उपाय: आपको शनि देव की कृपा प्राप्ति के लिए शनिवार के दिन संध्या काल में पीपल वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का एक दीपक जलाना चाहिए।

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