Haldi ak pryog anek
हल्दी एक प्रयोग अनेक
हल्दी में दर्द निवारक गुण भी हैं। यदि बदन दर्द हो तो हल्दी चूर्ण को दूध के साथ लेने पर राहत मिलती है।
- गले के दर्द में कच्ची हल्दी अदरक के साथ पीसकर गुड़ मिलाकर गर्म कर उसका सेवन करना लाभ पहुँचाता है।
- हल्दी के प्रयोग से घाव भी जल्दी ठीक हो जाते हैं। यही कारण है कि घरों में छोटी-मोटी चोट लग जाने पर हल्दी का प्रयोग आज भी प्रचलित है।
- यदि मुँह में छाले हो जाएँ तो हल्दी पावडर को गुनगुना करके छालों पर लगाएँ या गुनगुने पानी में हल्दी पावडर मिलाकर कुल्ले करें।
रजोनिवृत्ति के पश्चात हार्मोन रिप्लेसमेंट थैरेपी लेने वाली महिलाओं में हल्दी का सेवन करने से कैंसर का खतरा बहुत कम हो जाता है।
- हृदय रोग से भी बचाती है।
- हल्दी मोटापा घटाने में सहायक होती है। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन नामक रसायन शरीर में जल्दी घुल जाता है। यह शरीर में वसा वाले टिशू को बढ़ने नहीं देता।
- यदि दर्द जोड़ों का हो तो हल्दी चूर्ण का पेस्ट बनाकर लेप करना चाहिए। हड्डी टूट जाने, मोच आ जाने या भीतरी चोट के दर्द से निजात पाने के लिए गर्म दूध में हल्दी मिलाकर पीना फायदेमंद है।
हल्दी एक प्रयोग अनेक
हल्दी में दर्द निवारक गुण भी हैं। यदि बदन दर्द हो तो हल्दी चूर्ण को दूध के साथ लेने पर राहत मिलती है।
- गले के दर्द में कच्ची हल्दी अदरक के साथ पीसकर गुड़ मिलाकर गर्म कर उसका सेवन करना लाभ पहुँचाता है।
- हल्दी के प्रयोग से घाव भी जल्दी ठीक हो जाते हैं। यही कारण है कि घरों में छोटी-मोटी चोट लग जाने पर हल्दी का प्रयोग आज भी प्रचलित है।
- यदि मुँह में छाले हो जाएँ तो हल्दी पावडर को गुनगुना करके छालों पर लगाएँ या गुनगुने पानी में हल्दी पावडर मिलाकर कुल्ले करें।
रजोनिवृत्ति के पश्चात हार्मोन रिप्लेसमेंट थैरेपी लेने वाली महिलाओं में हल्दी का सेवन करने से कैंसर का खतरा बहुत कम हो जाता है।
- हृदय रोग से भी बचाती है।
- हल्दी मोटापा घटाने में सहायक होती है। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन नामक रसायन शरीर में जल्दी घुल जाता है। यह शरीर में वसा वाले टिशू को बढ़ने नहीं देता।
- यदि दर्द जोड़ों का हो तो हल्दी चूर्ण का पेस्ट बनाकर लेप करना चाहिए। हड्डी टूट जाने, मोच आ जाने या भीतरी चोट के दर्द से निजात पाने के लिए गर्म दूध में हल्दी मिलाकर पीना फायदेमंद है।
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