Saturday, 28 February 2015

swami vivaekaanand ko--kin bato ne banaya mahan jane

स्वामी विवेकानंद को  -----किन बातो ने बनाया महान जाने 
swami vivaekaanand ko--kin bato ne banaya mahan jane


स्वामी विवेकानंद, जिंदगी को बहुत ही अध्यात्मिक तरीके से जीना पसंद करते थे। उनकी दिनचर्या पर गौर किया जाए तो उनका हर एक कार्य दुसरे से हटकर और विशेष होता था। आइए जानते है उनके जीने के मुख्य सफल सूत्र...
स्वयं के प्रति ईमानदार रहें। खुद पर यकीन रखेंगे तो दुनिया जीत सकते हैं।
  • इस दुनिया में कोई भी कार्य ऐसा नहीं है जो इंसान नहीं कर सकता है। अगर दुनिया में कोई पाप सबसे बड़ा है तो वह है अपने आपको कमजोर कहना।
  • अपना रास्ता खुद बनाएं। इस दुनिया में नाम करने के लिए अलग सोच का होना जरूरी है। हमेशा कुछ न कुछ सीखने की कोशिश करते रहें।
  • प्रेम ही जीवन को सुंदर बनाता है। जो लोगों से प्रेम करता है वह हमेशा उनके दिलों में जिंदा रहता है जबकि स्वार्थी मनुष्य को सभी भूल जाते हैं।
  • हमारे विचार ही हैं जो दुनिया को खूबसूरत बनाते हैं, या बदसूरत करके रख देते हैं। दुनिया हमारी सोच का प्रतिबिंब हैं। चीजों को सकारात्मक दृष्टिकोण से देखने की आदत डालें।
  • हर एक वस्तु का कोई न कोई मतलब होता है। इस संसार की प्रत्येक वस्तु पवित्र है, सुंदर है और बढ़िया है। अगर आपको कोई चीज बुरी दिखती है, तो समझ लें कि अभी आपने उस चीज को सही से जाना नहीं है।
  • आप ईसा मसीह की तरह महसूस करें आप ईसा मसीह बन जाएंगे। आप बुद्ध की तरह महसूस करें आप बुद्ध बन जाएंगे। यह आपके विचार, आपकी भावनाएं होती हैं जो आपको ताकत देती हैं, उस दूसरी दुनिया से परिचय कराती हैं।
  • यदि आप किसी की मदद कर सकें तो अच्छा होगा। अगर आप अपने हाथों से मदद नहीं कर सकते, तो उन्हें जोड़िए और ऐसे लोगों पर किसी भी प्रकार का दोषारोपण नहीं कीजिए।

Tuesday, 17 February 2015

Arvind kejriwal horoscope vishleshnn

अरविन्दकेजरीवाल की कुंडली ज्योतिष के आईने में 
Arvind kejriwal horoscope vishleshnn


अरविन्द केजरीवाल की कुंडली ज्योतिष के आईने में     
जातक का जन्म वृषभ लग्न में हुआ स्वामीशुक्र है |राशि भी वृषभ है| जीवन मे योग कैसे काम करते है ये हम जातक की कुंडली से जान सकते है
                                  केदरयोग –सभी ग्रह चार स्थान में रहने से बनता है जातक भूमि से जुड़ा इंसान,सभी सुखो से युक्त नोकरी का लाभ होता है यह सत्य है जातक ने नोकरी की बाद में छोड़दी |

विद्या उत्तम लेकिन बाधाओंका सामना करना पड़ता है |

प्रेम विवाह योग -----पंचमेश व सप्तमेश का लग्नेश से सम्बन्ध होने से  प्रेम विवाह होता है |

अरिष्ट योग -----लग्नेश , षष्टेश,अष्टमेश के साथ रहने से ये योग बनता है स्वास्थ्य नरम-गरम  बना रहता है व शरीर को रोग ग्रसित बनता है ग्रह अनुकल उपाय से लाभ होता है |

राज योग –चार ग्रह एक साथ चतुर्थ भाव में रहने से जो जनता का भाव का भी भाव है राजयोग बनता है जो जातक को यशस्वी धनी जनता से लाभ उच्च पद प्राप्त करता है |{फल दीपिका }

नीच भंग राज योग -----मंगल एवम शनि के द्वारा निर्मित है राज चिन्ह से शोभित,नगर या क्षेत्र का स्वामी होता है राजा की तरह जीवन यापन होता है ग्रह बलबानहै  तो फल पूर्णत:लागु होता है |
{गुरु महा दशा 17 -8-2004 से 17 -8-2020 तक चलेगी }

गज केशरी योग ---गज—हाथी,जो धन वैभव मान सम्मान प्रतिष्ठा का प्रीतक है केशरी –शेर की तरह सर्वोपरी,शत्रु हन्ता बनता है |जातक राज क्षत्रे में धीरे -2 उन्नति को प्राप्त करता है कीर्ति अकक्षुणरहती है वर्तमान में गुरु की महादशा चल रही है गुरु लाभेश व अष्टमेश  होकर चतुर्थ भाव में स्थित रहने से गुप्त रूपसे या अचानक लाभ पद की सम्भवना देता है वर्तमान में गुरु में शुक्र की अंतर दशा में राहु का प्रत्यंतर 13-7-2013 से चला राहु लाभ में गुरु की राशि में है राहु अचानक लाभ हानी के योग बनता है राहु राजनीति का कारक {कालसर्प योग भी बना रहा है }इसी दशा ने राजनीति में प्रवेश करवाया कालसर्प योग गुरु की राशि में रहने से शुभ फल करी है इस कुंडली में  [पद्म नामक कालसर्प योग बना है पंचम से लाभ में केतु राहु है फल संतान चिंता विद्या में बाधा गुप्त शत्रु लाभ में हानी भय जीवन संघर्षमयबनता है लेकिन मैंने कई कालसर्प योग बाले जातको को उच्च पदपर आसीन देखा है यह योग अशुभग्रह की दशा में अशुभ फल एवम शुभ ग्रह की दशा में शुभ फल देता है }

जातक की कुंडली में शुभ फल करी हुआ और  अति सघर्ष के बाद उच्च पद  पर पहुचा दिया |  कुंडली में अष्टक वर्ग केनिरीक्षण में गुरु की अंतर दशा शुक्र को 8 अंक प्राप्त है फल ---राजकीय पद  मान सम्मान यश उन्नति दिलवाता है गुरु में शुक्र की अंतर दशा में केतु का प्रत्यंतर 1-2-2015 से 30 -3-2015 तक चलेगा |केतु विजय का प्रतीक है और सम्पूर्ण कुंडली के अध्ययन में बलबन है इसी ने विजय श्री दिलवाई |

इस प्रकार ग्रह सम्पूर्ण जीवन को प्रभावित करते है यदि हम इनकी गति समझ जाये तो अपने जीवन को नई दिशा दे सकते है |

यदि आप अपने जीवन का सम्पूर्ण फलादेश जानना चहते है तो सम्पर्क करे |


मो .+917697961597   gmail-----muktajyotishs@gmail.com     


 


 



Saturday, 7 February 2015

mangal ,guru shnivar me na kre ye kary



मंगल ,गुरु,व  शनि वार में न करे ये कार्य  
mangal ,guru shnivar me na kre ye kary


प्राचीन काल में ऋषि-मुनियों ने जो परंपराएं बनाईं उन्हें वर्तमान में काफी लोग मानते हैं। कहते हैं कि शनिवार, मंगलवार और गुरुवार के दिन बाल नहीं कटवाने चाहिए।
इन तीनों दिनों में विशेष प्रकार किरणें इन्हीं बालों के कारण हमारे मस्तिष्क को हानि नहीं पहुंचा पाती। और इन तीनों दिन बाल कटवाने से इन किरणों का सीधा प्रभाव हमारे सिर पर पड़ेगा। फलस्वरूप हमारा मस्तिष्क भी प्रभावित होगा। इसी  करण से इन दिनों में बालों को न कटवाने की बात कही गई है।
मंगल ग्रह एवम मगलवार 
शास्त्रों के अनुसार ऐसा माना जाता है कि मंगलवार को बाल कटवाने से हमारी आयु  कम हो जाती है। ज्योतिष के अनुसार मंगलवार का दिन मंगल ग्रह का दिन होता है।
शरीर में मंगल का निवास हमारे रक्त में रहता है और रक्त से बालों की उत्पत्ति होती है। इस दिन बाल कटवाने से मगल ग्रह से कुफित होता है |
गुरु ग्रह व गुरुवार 
गुरुवार धन के कारक बृहस्पति का दिन माना गया है, बृहस्पति ग्रह धन  संतान और ज्ञान का भी कारक ग्रह है अत: इस दिन बाल कटवाने से धन की कमी, संतान कष्ट व ज्ञान क्षीणता होने की संभावनाएं रहती हैं।
शनि ग्रह व शनिवार
शनिवार शनि ग्रह का दिन है। शनि को  मृत्यु  देने वाला ग्रह भी माना जाता है एवम न्याय का देवता भी है और शनि का संबंध से  त्वचा से भी होता है। अत: शनिवार को बाल कटवाने से  भी धन आयु व संतान क्षीण होती है शास्त्रों में कहा गया है की जिनकी एक या कम संतान  हो तो भी शनि वार को बाल नहीं  कटने चहिये |  इन्ही दुष्प्रभावसे   बचने के लिए ही शनिवार, मंगलवार और गुरुवार के दिन बाल न कटवाने  का वर्णन शास्त्रों में है |

Monday, 2 February 2015

causes of not geting marriage





causes of not geting marriage
विवाह न होने के करण 




monthly teji mandi febuary 2015


monthly teji mandi febuary 2015  
मासिक तेजी मंदी फरवरी 2015  

muktajyotishs@gmail.com  mo.+917697961597

Sunday, 1 February 2015

garunn puran ke deshi nuskhe

गरुड़ पुराण के देसी नुस्खे

garunn puran ke deshi nuskhe

हर रोज खाएं मिश्री, मक्खन और शहद
गरुड़ पुराण के अनुसार जो लोग अधिक बलवान होना चाहते हैं, उन्हें हर रोज मिश्री, शहद और मक्खन को एक साथ मिलाकर सेवन करना चाहिए। मक्खन और मिश्री सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है, यह इस बात से समझा जा सकता है कि भगवान श्रीकृष्ण ने बालपन में मक्खन-मिश्री की सेवन किया था। आज भी श्रीकृष्ण को मुख्य प्रसाद के रूप में यही अर्पित किया जाता है।
ऐसे बनाएं औषधि
तिल, अश्वगंधा, मूसली, काली तुलसी और गुड़ को परस्पर समान भाग में मिलाएं और इसके छोटी-छोटी गोलियां बनाएं। इन गोलियों का सेवन करने पर भी शरीर को ताकत मिलती है।
उड़द, अलसी, गेहूं और पिप्पली को पीसकर उसमें घी मिलाएं और शरीर पर लगाएं। ऐसा नियमित रूप से करने पर त्वचा लंबे समय तक चमकदार और स्वस्थ बनी रहती है।
इस मिश्रण के सेवन से लंबे समय तक रह सकते हैं बलवान
पिप्पली, लौहचूर्ण, सोंठ, आंवला, सेंधा नमक, शहद और मिश्री को समान मात्रा में एक साथ मिलाएं। इस मिश्रण का सेवन नियमित रूप से करते रहेंगे तो व्यक्ति लंबे समय तक बलवान बने रह सकता है।


हिंग, काला नमक से पेट रहता है स्वस्थ
हींग, काला नमक और सोंठ का काढ़ा बनाकर पीने से पेट से संबंधित कई रोग दूर होते हैं। पेट साफ और स्वस्थ रहेगा तो शरीर ऊर्जावान और शक्तिशाली बना रहता है।
भोजन के बाद खाएं गुड़
गरुड़ पुराण के अनुसार जो व्यक्ति हर रोज भोजन के बाद थोड़े से गुड़ का सेवन करता है, उसे शारीरिक रूप से काफी लाभ प्राप्त होता है। गुड़ पुराना होगा तो अधिक फायदेमंद रहता है। भोजन के बाद थोड़ा-सा मीठा खाने पर पाचन तंत्र को मदद मिलती है।
त्रिफला चूर्ण और शहद का सेवन किया जाए तो लंबे समय तक आंखें स्वस्थ रहती हैं और आंखों से संबंधित कई छोटी-छोटी बीमारियां दूर ही रहती हैं।
घी और त्रिफला का सेवन
घी के साथ त्रिफला चूर्ण का सेवन करना चाहिए। यह आंखों के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
सोने से पहले शहद और घी का सेवन
हर रोज सोने से पहले शहद और घी का सेवन करने से शरीर को शक्ति प्राप्त होती है।

manokamana puri kre ---kele ka vraks

मनोकामना पूरी करे--केले का वृक्ष

manokamana puri kre ---kele ka  vraks



 केले के वृक्ष में देवगुरु बृहस्पति का वास होता है।

 शास्त्रों के अनुसार गुरुवार नियमित रूप से केले 

की पूजा करने से सब मनोकामनाएं पूरी हो जाती

 हैं। कन्याओं को अच्छा वर प्राप्त होता है।


 प्रात:  स्नान करें और केले के वृक्ष को प्रणाम कर

 जल चढ़ाएं।
- हल्दी की गांठ, चने की दाल और गुड़ केल को समर्पित करें।
- कुंकू, अक्षत, पुष्प आदि मंगल द्रव्य चढ़ाएं और परिक्रमा करें।