kaal sarp yog shanti ke upay
काल सर्प योग शांति के उपाय- नाग पंचमी में करे
जब जन्म कुंडली में सारेग्रह राहु केतु के मध्य में आते तो इसे काल सर्प योग कहते है का ल सर्प योग अच्छे एवम बुरे दोनों प्रकार का प्रभाव जातक पर छोड़ता है |यह योग राजा एवम रंकदोनों बनता है लेकिन जीवन संघर्स से भरा रहता है जिस भाव से सम्बन्धित रहे उस भाव सबंधी कष्ट अवश्य आते है यहाँ जन्म कुंडली देख कर ही पता लगता है काल सर्प योग भंग भी होता है |इस कुंडली में जातक दाम्पत्य जीवन में आशांति कष्ट शारीरिककष्ट से आति परेशानरहेगा |
उदा.-कुंडली काल सर्प योग की
शुभ मुहूर्त--- दिन –सोमवार ,बुधवार ,गुरु वार ,शुक्रवार ,शनिवार ,|
तिथि -1, 5 ,7 , पूर्णिमा अमावस्या बुधवारी आश्लेषायुक्त एवम नाग पंचमी सर्व श्रेष्ठ है |
जन्म कुंडली से तारा बल ,चन्द्र बल अवश्य देखे तब करे |
काल सर्प योग शांति के अचूक सरल प्रयोग प्रस्तुत है |
1.—शिव उपासना एवम निरंतर रूद्र सूक्त से अभिमंत्रित जल से स्नान करे |
2.-लघु रूद्र करने पर लाभ होता है |
3.-नाग पंचमी का व्रत करे |
4.-किसी शिव लिंग के नाप का ताबा का बड़ा सर्प तथा चाँदी से निर्मित एक जोड़ा सर्प सर्पनी का जोड़ा भी लावे |इनकी पूजा प्राण प्रतिष्ठा योग पुरोहितसे करावे शाम को चाँदी निर्मित जोड़ा को नदी में प्रवाहित करे व तांबे के सर्प को घर पर रख कर रात्रि जागरण करे शिव मन्त्र का जप करे ब्रह्म मुहूर्त में स्नान कर शिवालय में जा कर शिव लिंग में ताबा का सर्प चढ़े यादरखे कोईआप को देखे नहीं यह प्रयोग चमत्कारी ढग शांत हो जाता है |प्रयोग तो अनेक है|
5 –आप परामर्श ले सकते है |
लेखिक –मुक्ता दीक्षित
मुक्ता ज्योतिष समाधानकेंद्र
अंतर्राष्ट्रीयख्याति प्राप्त
मो.76 97 96 15 97
काल सर्प योग शांति के उपाय- नाग पंचमी में करे
जब जन्म कुंडली में सारेग्रह राहु केतु के मध्य में आते तो इसे काल सर्प योग कहते है का ल सर्प योग अच्छे एवम बुरे दोनों प्रकार का प्रभाव जातक पर छोड़ता है |यह योग राजा एवम रंकदोनों बनता है लेकिन जीवन संघर्स से भरा रहता है जिस भाव से सम्बन्धित रहे उस भाव सबंधी कष्ट अवश्य आते है यहाँ जन्म कुंडली देख कर ही पता लगता है काल सर्प योग भंग भी होता है |इस कुंडली में जातक दाम्पत्य जीवन में आशांति कष्ट शारीरिककष्ट से आति परेशानरहेगा |
उदा.-कुंडली काल सर्प योग की
शुभ मुहूर्त--- दिन –सोमवार ,बुधवार ,गुरु वार ,शुक्रवार ,शनिवार ,|
तिथि -1, 5 ,7 , पूर्णिमा अमावस्या बुधवारी आश्लेषायुक्त एवम नाग पंचमी सर्व श्रेष्ठ है |
जन्म कुंडली से तारा बल ,चन्द्र बल अवश्य देखे तब करे |
काल सर्प योग शांति के अचूक सरल प्रयोग प्रस्तुत है |
1.—शिव उपासना एवम निरंतर रूद्र सूक्त से अभिमंत्रित जल से स्नान करे |
2.-लघु रूद्र करने पर लाभ होता है |
3.-नाग पंचमी का व्रत करे |
4.-किसी शिव लिंग के नाप का ताबा का बड़ा सर्प तथा चाँदी से निर्मित एक जोड़ा सर्प सर्पनी का जोड़ा भी लावे |इनकी पूजा प्राण प्रतिष्ठा योग पुरोहितसे करावे शाम को चाँदी निर्मित जोड़ा को नदी में प्रवाहित करे व तांबे के सर्प को घर पर रख कर रात्रि जागरण करे शिव मन्त्र का जप करे ब्रह्म मुहूर्त में स्नान कर शिवालय में जा कर शिव लिंग में ताबा का सर्प चढ़े यादरखे कोईआप को देखे नहीं यह प्रयोग चमत्कारी ढग शांत हो जाता है |प्रयोग तो अनेक है|
5 –आप परामर्श ले सकते है |
लेखिक –मुक्ता दीक्षित
मुक्ता ज्योतिष समाधानकेंद्र
अंतर्राष्ट्रीयख्याति प्राप्त
मो.76 97 96 15 97
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