vastu anurup ho prtishthan
वस्तु अनुरूप हो प्रतिष्ठान
वास्तुशास्त्र के अनुसार हीदुकान, दफ्तर या अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान बनवाना ठीक रहता है। क्योकि जो
नकारात्मकउर्जा अधिक रहेगी तो आपके धन आय को प्रभावित तरक्की नहीं होने देगी अत: इस प्रकार आपना वस्तु अनुरूप दुकान, दफ्तर या अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान स्थपित करे |
अपने इष्टदेवता को ईशान कोण में रखे सर्वप्रथम यथा उपचार पूजन कर आपना काम शुरू करे
दुकान के लिए चुने गए भवन के ईशान कोण को खाली रखें और यहां स्वच्छता बनाएं रखें।
दुकान में तराजू पश्चिमी या दक्षिणी दीवार के साथ किसी स्टेंड पर रखें।
दुकान के अंदर बिजली का मीटर,स्विचबोर्ड आदि आग्नेय कोण में रखें।
दुकान, दफ्तर, घर या फैक्ट्री के सामने खंभा , सीढ़ी नहीं होनी चाहिए।इसके साथ ही बिजली-टेलीफोन आदि का खम्भा ,पेड़ आदि न हो |
दुकानों के द्वार उत्तर अथवा पूर्व दिशा में रहें एवम दक्षिणद्वार भी लाभकारी रहता है
आपका मुख उत्तर या पूर्व में हो |
यदि आप जन्म कुंडली से आपनी लाभ करी दिशा जानना तो सम्पर्क करे मो +917697961597 |
क्योकि कई बार हम जिस दिशा बैठते है वह हमारे लिए अति नुकशान करी होती है और हम यह समझ नहीं पाते|
वस्तु अनुरूप हो प्रतिष्ठान
वास्तुशास्त्र के अनुसार हीदुकान, दफ्तर या अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान बनवाना ठीक रहता है। क्योकि जो
नकारात्मकउर्जा अधिक रहेगी तो आपके धन आय को प्रभावित तरक्की नहीं होने देगी अत: इस प्रकार आपना वस्तु अनुरूप दुकान, दफ्तर या अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान स्थपित करे |
अपने इष्टदेवता को ईशान कोण में रखे सर्वप्रथम यथा उपचार पूजन कर आपना काम शुरू करे
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