Friday, 22 December 2017
नौकरी में तरक़्क़ी के अचूक उपाय
नौकरी में तरक़्क़ी के अचूक उपाय
nokari me tarkki ke achuk upay
नौकरी या प्रमोशन की इच्छा रखने वाले जातकों को एवं नौकरी में रुकावटों दूर करने , तरक्की अथवा मनवांछित स्थानांतरण पाने के लिए सरल व अचूक उपाय है। जो आपकी पदोन्नति, नौकरी प्राप्ति एवं आय की वृद्धि का कारक बनेंगे|
- किसी ग़रीब को काले कंबल का दान करें
- पिसी हुई हल्दी को बहते पाने में डालें
- घर से निकलने से पूर्व पहले दाहिना पैर निकालें
- सोमवार को कनिष्ठिका अँगुली में चाँदी की अंगूठीधारण करें
- सुबह पीपल के वृक्ष पर जल चढ़ाएँ एवं पदोन्नति की कामना करें
- रविवार या मंगलवार के दिन मन में पदोन्नति की कामना करते हुए लाल कपड़े में जटा वाला नारियल बांधें और उसे पूर्व दिशा की ओर बहते हुए जल में प्रवाहित करें
- शुक्ल पक्ष में पड़ने वाले सोमवार के दिन सिद्ध योग में तीन गोमती चक्र को चाँदी के तार में बाँधकर अपने पास रखें
- घर से निकलते समय एक नींबू को अपने सिर के ऊपर से 7 बार घुमाएँ और चार लौंग इसके अन्दर डालें। अब इस नींबू को अपनी जेब या बैग में रखें और शाम को किसी बहते पानी में या किसी सुनसान जगह रख दें
- यदि मनचाहा स्थानांतरण चाहते हैं तो अपने तकिये के नीचे आर्क की जड़ को रखकर सोएँ
- प्रत्येक शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष के नीचे सरसो के तेल का दीपक जलाकर 7 परिक्रमा करें।
- प्रत्येक गुरुवार को पीपल के वृक्ष को जल चढ़ाएँ लेकिन वृक्ष को स्पर्श न करें
- पिता की सेवा करें
- पीपल के 11 साबुत पत्ते लेकर उन पर लाल सिन्दूर से राम-राम लिखकर प्रत्येक पत्ते को माथे से लगाकर साइड रखते जाएं। जब सभी पत्तों पर राम-राम लिख जाये तो मौली माला बनाकर हनुमान जी से अपनी नौकरी की प्रार्थना करते हुए उन्हें ये माला पहना दें। ऐसा लगातार 7 शनिवार तक करें
- नौकरी के लिए इंटरव्यू देने जाते ॐ हं हनुमंते नमः मंत्र का 21 बार जाप करके मीठा भोग लगा दे
- अपनी जन्म पत्रिका दिखाकर दशम भाव तथा दशमेश को मज़बूती प्रदान करें तब नोकरी मे तरक्की होतीहै पदोन्नति, नौकरी प्राप्ति एवं आय की वृद्धि का कारक बनेंगे ! उपरोक्त तरक़्क़ी मे सहायक होगे आप अपनी कुंडली दिखा सकते है पारमर्श ले सकते है |
Thursday, 21 December 2017
चुम्बक की तरह पैसे को खींचता है ये पौधा
चुम्बक की तरह पैसे को खींचता है ये पौधा
ये पौधा पैसे को चुम्बक की तरह घर में खींचता है। जिस तरह भारत में वास्तु उपाय होता है उसी तरह चीन में इस विद्या को फेंगशुई के नाम से जाना जाता है। फेंगशुई शास्त्र के अनुसार एक पौधा ऐसा होता है जो घर में पैसे को चुम्बक की तरह खींच लेता है इस पौधे का नाम है – क्रासूला (Crassula Plant)
कमाने के लिए जी तोड़ मेहनत करनी पड़ती है, लेकिन कई बार बहुत मेहनत करने पर भी उम्मीद के अनुसार पैसा नही आता। जैसे की घर में वास्तु उपाय। कुछ लोग अपने घर में Money Plant का पौधा भी लगाते है आपने भी कई घरों में मनी प्लांट के पौधे लगे हुए देखे होंगे, कहा जाता है की इस पौधे के घर में होने से पैसे की आवक होती है और ये शुभ रहता है।
लेकिन KRASSULA पौधे का महत्त्व मनी प्लांट से कहीं ज्यादा माना जाता है, इस पौधे को Money Tree कहा जाता है। फेंग शुई के अनुसार इस पौधे को घर में रख देने मात्र से ये पैसे को अपनी और खींचता है।
इस पौधे की पत्तियां चौड़ी होती है, इन्हें हाथ लगाने पर मखमली अहसाह होता है इसकी पत्तियों का रंग लाल और पीला मिक्स होता है ना तो पूरी तरह लाल होता है और ना पीला। इसकी पत्तियां दूसरे पौधों की तरह कमजोर नही होती, यह हाथ लगाने पर मुरझाती नही है और ना ही टूटती है।
इसकी देखभाल में ज्यादा मेहनत की जरूरत नही होती, मनीप्लांट की तरह यह ज्यादा देखभाल नही मांगता। इसको रोज पानी देने की जरूरत नही होती। यदि 2-3 दिन बाद भी पानी दिया जाए तो यह पौधा सूखता नहीं है। क्रासूला घर के अंदर छाँव में भी पनप सकता है यह आपके घर की ज्यादा जगह नही घेरता इसलिए आप इसे छोटे गमले में भी लगा सकते है।
इस पौधे को घर के मुख्य दरवाजे के पास रखना चाहिए। जहाँ से घर में प्रवेश करने का दरवाजा खुलता है उसके दाहिनी और इसे रखे। कुछ ही समय में यह अपना असर दिखाना शुरू करता है। और पैसे के साथ साथ घर में सुख शांति भी लाता है।
Monday, 18 December 2017
Saturday, 16 December 2017
किस राशि के लड़के /लड़की को बनाए अपना लाइफ पार्टनर कि जीवन होगा सुखी
किस राशि केलड़के /लड़की को बनाए अपना लाइफ पार्टनर कि जीवन होगा सुखी
kis rashi ke life patnar se kre shadi
घर के वरिष्ठ परिजनों को कहते सुना है कि, 'जोड़ियां तो ऊपर से बनकर आती हैं। हम तो बस खोजते हैं।' हिंदू मान्यताओं के अनुसार यह बात सत्य है, लेकिन विवाह के वर या वधू खोजा करते हैंअब यदि सुयोग्य पुरुष/ कन्या मिल भी जाए। तो कुछ इस तरह उनके बारे में काफी हद तक काफी कुछ जान सकते हैं।
इस चार्ट से अपने नाम और आपके पार्टनर की राशि खोज सकते है
मेष- चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ
वृषभ- इ, उ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो
मिथुन- का, की, कु, के, को, घ, ड़, छ, हा
कर्क- ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो
सिंह- मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे, टो
कन्या- पा, पी, पू, पे, पो, ष, ण, ठ
तुला- रा, री,रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते
वृश्चिक- तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू, ये, यो,
धन- भा, भी, भू, भे, फा, ढा, ध, भो
मकर- जा, जी, खा, खी, खू, खो, गा, गी
कुंभ- गू, गे, गो, दा, सा, सी, सू, से, सो
मीन- दी, दू, दे, दो, चा, ची, थ, झ, त्र
स्वम जाने आपके पार्टनर का स्वभाव गुण
मेष और कुम्भ: यदि इन दोनों राशियों के जातक विवाह करते हैं संबंध बेहतर होता है। क्योंकि ये लोग साहसी, बंधन मुक्त और घूमना पसंद करते हैं।
वृश्चिक और सिंह: सिंह राशि को लोग अपने मुंह मियां मिट्ठू बनना पसंद करते हैं तो वृश्चिक राशि के लोग थोड़े तेज प्रवृत्ति के होते हैं इसलिए ऐसे में दोनों राशियों के जातकों को विवाह करने से बचना चाहिए।
मेष और कर्क: जैसा कि पहले बताया गया है मेष राशि के लोग साहसी, निर्भीक होते है, कर्क राशि के लोग इन्हें पसंद करते हैं। इस लिए विवाह के लिए इन दोनों राशियों का सामंजस्य बेहतर माना जाता है।
तुला और सिंह: तुला और सिंह दोनों राशियों के जातक ही सामाजिक होना पसंद करते हैं, यह उन दोनों की खासियत है जो उन्हें एक दूसरे के बिलकुल काबिल बनाती है।
कर्क और मीन: इनमे दोनों राशियों के जातक में किसी भी तरह का छल कपट नहीं होता है एक दूसरे के लिए। दोनों बहुत भावात्मक और बुद्धिमान होते हैं। इसलिए ये बेहतर हैं।
धनु और मेष: ये व्यक्ति समाज से बहुत प्रेम करने वाले होते हैं यही खूबी मेष के अन्दर होती है जो उन दोनों को एक दुसरे के लिए बिलकुल सही जोड़ी बनाती है।
मिथुन और तुला: इन दोनों का यौन सम्बन्ध बहुत अच्छा होता है, जो इनके वैवाहिक सम्बन्ध खुशनुमा बनाता है। इसलिए ये बेहतर हैं।
मेष और मीन: मीन राशि वाले व्यक्ति सामान्य रूप से जिम्मेदारियों से बचते है और अपना काम अपने मेष साथी को देने से बुरा नहीं मानते हैं।
सिंह और मिथुन: मिथुन राशि वालों के पास यह क्षमता होती है कि वह सिंह राशि के व्यक्ति को बहकने से रोक सके और उसे गलत रास्ते पर जाने से बचा लेते हैं।
कुम्भ और मिथुन: कुम्भ राशि वाले बहुत ही रचनात्मक होते हैं जिसे मिथुन राशि वाले बहुत पसंद करते हैं।
कन्या और मकर: मकर वाले बहुत ही व्यावहारिक होते हैं और कन्या की इमानदारी से बहुत प्रभावित रहते हैं।
सिंह और धनु:धनु राशी के लोग सिंह राशि वालों के आत्मविश्वास बहुत पसंद आता है, जबकि कुछ और दूसरे चीजों के मामले में ये थोड़े कठोर होते हैं।
मकर और वृषभ: मकर राशि वालों को उनके वृषभ साथी का दयालु और संवेदनशील स्वभाव बहुत पसंद आता है।करता है।
Thursday, 14 December 2017
Tuesday, 12 December 2017
अनुष्का शर्मा की कुंडली मे विवाह समय :
anushka sharma ki kundli
|
| Anushka Sharma |
DATE OF BIRTH | : | 01 May 1988 |
TIME OF BIRTH | : | 12:00 PM |
PLACE OF BIRTH | : | Bangalore, Karanataka |
अनुष्का शर्मा का जन्म राहु की दशा में हुआ। जन्म कुंडली में राहु के आठवे घर में होने के कारण इनको जिंदगी में सेहत की में खराबी, धोखे, डिप्रेशन आदि जैसी खराबी होती रहेगी साथ ही इनकी कुंडली में मांगलिक दोष है जिसके कारण इनके स्वभाव में जिद्दीपन व थोड़ा सा गुस्से वाला बनाता है और जिंदगी में स्ट्रगल देता है। गुरु ख़राब होने से इनकी पढाई लिखाई में भी दिक्कते लगी रहती है और उतार चढ़ाव की स्थिति बनी रहती है।
इनकी जिंदगी में धार्मिक कार्यो से जुड़ना अच्छा फल देगा, , कुंडली में शनि छटे घर में बैठकर पेट में समस्यां देगा। चंद्रमा चौथे घर में बैठकर रुपैये पैसे का सुख, प्रापर्टी सुख, मन में सुख देने में सक्षम है सार्वजनिक कार्यो जनता से जुड़े कार्यो से लाभ होता है । सूर्य, बुध की युति इनकोअपने परिश्रम नाम और यश वाला बनती है लग्न है तुला चंद्र राशि है तो काफी आकर्षकसुंदर बनाता है। इनकी कुंडली के योग में एक लव अफ़ेयर का योग बनाता है, जोकि शुक्र की दशा 4 मार्च 2011 से 1 नवम्बर 2013 तक रही जिसके चलते प्रेम संबंधों का आगमन हुआ क्योकि शुक्र की पंचम भाव को देख रहा है जो प्रेम का भाव है । मंगल की दशा 21 दिसंबर 2015 से 25 नवम्बर 2016 तक रही जिसमे इनका ब्रेकअप हुआ क्योकि मंगल सप्तम मे और जब भी इसकी दशा अंतर आएगी कलहअशांति उत्पन्न होगी । अब गुरु कीमहा दशा मे राहू का अंतर मे शनि प प्र्यंटर मे मंगल कार्यहोगे जोकि 2019 राहू का अंतर है इस दशा में मंगल कार्यो के योग बनते है और 11-12 -2017 को विवाह हुयाआगे शनि की महा दशा मिश्रित फल करेगी
परमात्मा किसी से धन और संपत्ति नहीं चाहता निष्ठा
परमात्मा किसी से धन और संपत्ति नहीं चाहता निष्ठा
एक समय की बात है... शौरपुच्छ नामक बणिक ने एक बार भगवान बुद्ध से कहा-भगवन मेरी सेवा स्वीकार करें। मेरे पास एक लाख स्वर्ण मुद्राएँ हैं, वह सब आपके काम आयें। बुद्ध कुछ न बोले- चुपचाप चले गए?
कुछ दिन बाद वह पुनः तथागत की सेवा में उपस्थित हुआ ओर कहने लगा- देव! यह आभूषण और वस्त्र ले लें, दुःखियों के काम आयेंगे, मेरे पास अभी बहुत-सा द्रव्य शेष है। बुद्ध बिना कुछ कहे वहां से उठ गए। शौरपुच्छ बड़ा दुःखी था की वह गुरुदेव को किस तरह प्रसन्न करे?
वैशाली में उस दिन महाधर्म-सम्मेलन था, हजारों व्यक्ति आये थे। बड़ी व्यवस्था जुटानी थी। सैकड़ों शिष्य और भिक्षु काम में लगे थे।
आज शौरपुच्छ ने किसी से कुछ न पूछा- काम में जुट गया। रात बीत गई, सब लोग चले गए पर शौरपुच्छ बेसुध कार्य-निमग्न रहा।
बुद्ध उसके पास पहुंचें और बोले-शौरपुच्छ! तुमने प्रसाद पाया या नहीं? शौरपुच्छ का गला रुंध गया। भाव-विभोर होकर उसने तथागत को साष्टांग प्रणाम किया।
बुद्ध ने कहा-वत्स परमात्मा किसी से धन और संपत्ति नहीं चाहता, वह तो निष्ठा का भूखा है। लोगों की निष्ठाओं में ही वह रमण किया करता है और तुमने स्वयं यह जान लिया।
Friday, 8 December 2017
Tuesday, 5 December 2017
शंख में रखे पानी के फायदे और शंख के प्रकार :—
शंख में रखे पानी के फायदे और शंख के प्रकार :—
-रातभर शंख में रखे पानी में उतना ही सादा पानी मिलाकर आँखों को धोने से आँखें हेल्दी रहती है।
-नहाने के बाद शंख को स्किन पर हल्के-हल्के रगड़ने से स्किन ग्लो करती है।शंख में रातभर रखे पानी से सुबह स्किन की रेगुलर मसाज करे। स्किन संबधित बिमारियों में फायदा होता है।
——-शंख के जल से शालीग्राम को स्नान कराएं और फिर उस जल को यदि गर्भवती स्त्री को पिलाया जाए तो पैदा होने वाला शिशु पूरी तरह स्वस्थ होता है। साथ ही बच्चा कभी मूक या हकला नहीं होता।
——यदि शंखों में भी विशेष शंख जिसे दक्षिणावर्ती शंख कहते हैं इस शंख में दूध भरकर शालीग्राम का अभिषेक करें। फिर इस दूध को निरूसंतान महिला को पिलाएं। इससे उसे शीघ्र ही संतान का सुख मिलता है।
-शंख में कैल्शियम और फॉस्फोरस के अलावा कई मिनरल्स होते हैं जो हेल्थ के लिए फायदेमंद होते हैं।
-शंख बजाने के अलावा इसमें रखा पानी कई बीमारियों में फायदा करता है। शंख में कैल्शियम और फॉस्फोरस जैसे मिनरल्स हेल्थ के लिए फायदेमंद होते हैं। गले की मसल्स की एक्सरसाइज होती है। वोकल कार्ड और थाइरायड से जुडी प्रॉब्लम्स में फायदा होता है।
-ब्रेन और पूरी बॉडी में ब्लड सर्कुलेशन तेज होता है। हेयर फॉल की प्रॉब्लम भी दूर होती है।
– फेस की मसल्स की एक्सरसाइज होती है। झुर्रियों से बचाव होता है।
जानिए शंख के प्रकार :—
वैसे तो शंख कई प्रकार के होते है और सभी की विशेषता व पूजा करने की विधि भी अलग अलग ही होती है| कैलाश मानसरोवर, मालद्वीप, लक्षद्वीप, कोरामंडल द्वीप समूह, श्रीलंका एवं भारत में उच्च श्रेणी के श्रेष्ठ शंख पाये जाते हैं और यें तीन प्रकार के होते हैं :-
गणेश शंख :—
ये पूज्य देव गणेश के आकार का ही होता है इसलिए इसको गणेश शंख ही कहा जाता है. इसे हम प्रकृति का चमत्कार या प्रभु की कृपा भी कह सकते है कि इसकी आकृति और शक्ति बिल्कुल गणेश जी के जैसी ही होती है. वे व्यक्ति निश्चित रूप से बहुत ही ज्यादा सौभाग्यशाली होते है जिनके घर में गणेश शंख का पूजन किया जाता है. गणेश जी की कृपा से सभी प्रकार की परेशानियाँ दूर हो जाती है आर्थिक, व्यापारिक समस्याओं से मुक्ति पाने का श्रेष्ठ उपाय श्री गणेश शंख ही है, इसे चार वर्णों में बांटा गया है जिसका आधार इसका रंग है इस दृष्टि से शंख चार रंग का होता हैं :- सफेद, गाजरी व भूरा, हल्का पीले व स्लेटी रंग का होता है.
वामावर्ती शंख :—
वामावर्ती शंख का उपयोग सबसे ज्यादा किया जाता है इसका आकार बिल्कुल श्री यंत्र की तरह ही होता है. इसे प्राकृतिक श्री यंत्र भी माना जाता है जिस भी घर में पूरे विधि विधान से इसकी पूजा की जाती है, वहाँ पर लक्ष्मी जी सदा वास करती है. इसे दो प्रकारों से सीधे होठों से व धातु के बेलन पर रखकर बजाया जाता है, इस शंख की आवाज़ बहुत ही सुरीली होती है. विद्या की देवी सरस्वती भी शंख धारण करती है वे खुद भी विणा शंख की पूजा करती है और यह भी माना जाता है कि इसकी पूजा करने से या इसके जल को पीने से मंद बुद्धि वाला इन्सान भी ज्ञान से परिपूर्ण हो जाता है.
दक्षिणावर्ती शंख :—
भगवान विष्णु खुद भी अपने दाहिने हाथ में दक्षिणावर्ती शंख धारण करते है. पुराणों के अनुसार समुद्र मंथन के समय यह शंख निकला था जिसे स्वयं भगवान विष्णु जी ने धारण किया था. यह एक ऐसा शंख है, जिसको बजाया नहीं जाता है सिर्फ पूजा के स्थान पर ही रखा जाता है. इसे सर्वाधिक शुभ भी माना जाता है.
गोमुखी शंख :—
इस शंख की आकृति गाय के मुख के समान बहुत ही सुंदर होती है. इसे शिव पावर्ती का भी स्वरूप माना जाता है, धन की प्राप्ति तथा अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए इसकी स्थापना उत्तर की ओर मुँह करके की जाती है. यह भी माना जाता है कि इसमें रखा पानी पीने से गाय की हत्या के पाप से मुक्ति मिलती है और इसको कामधेनु शंख भी कहा जाता है.
विष्णु शंख :—
यह शंख सफ़ेद रंग और गरुड़ की आकृति के समान होता है. इसे वैष्णव संप्रदाय के व्यक्ति विष्णु स्वरूप मानकर अपने अपने घरों में रखते है. माना जाता है कि जहाँ विष्णु होते है वहां लक्ष्मी भी स्थित होती है. इसलिए जिस भी घर में इस शंख की स्थापना होती है उसमें लक्ष्मी और नारायण का वास हमेशा रहता है. एक और मान्यता यह भी है कि इस शंख से रोहिणी, चित्रा व स्वाति नक्षत्रों में गंगाजल भरकर और मंत्र का जप करकें, उस जल को किसी गर्भवती महिला को पिलाने से सुंदर, ज्ञानवान व स्वस्थ संतान की प्राप्ति होती है.
पांचजन्य शंख :—
यह भगवान श्री कृष्ण का ही रूप है इसको विजय व यश का प्रतीक माना गया है इसमें पांच उँगलियों की आकृति होती है. घर में किसी भी प्रकार का वास्तु दोष चल रहा है तो उसी से मुक्ति पाने के लिए इसकी स्थापना की जाती है. यह राहू और केतु के दुष्प्रभाव को भी कम करने में मदद करता है |भगवान कृष्ण के पास पाञ्चजन्य शंख था जिसकी ध्वनि कई किलोमीटर तक पहुंच जाती थी।
पाञ्चजन्यं हृषीकेशो देवदत्तं धनञ्जय:।
पौण्ड्रं दध्मौ महाशंखं भीमकर्मा वृकोदर:।। –महाभारत
भगवान श्रीकृष्ण के पास पाञ्चजन्य शंख था। कहते हैं कि यह शंख आज भी कहीं मौजूद है। इस शंख के हरियाणा के करनाल में होने के बारे में कहा जाता रहा है।
माना जाता है कि यह करनाल से 15 किलोमीटर दूर पश्चिम में काछवा व बहलोलपुर गांव के समीप स्थित पराशर ऋषि के आश्रम में रखा था, जहां से यह चोरी हो गया। यहां हिन्दू धर्म से जुड़ी कई बेशकीमती वस्तुएं थीं।
अन्नपूर्णा शंख :—-
यह अन्य सभी शंखों से बहुत ज्यादा भारी होता है इसका इस्तेमाल भाग्यवृद्धि और सुख समृद्धि की प्राप्ति के लिए किया जाता है. इस शंख में गंगाजल भरकर सुबह सुबह सेवन करने से मन में संतुष्टि की इच्छा उत्पन्न होने लगती है तथा व्याकुलता समाप्त होती जाती है.
मोती शंख :—-
इसका आकार बहुत ही छोटा और बिल्कुल मोती के आकार का ही होता है इसको भी लक्ष्मी जी की प्राप्ति के लिए दक्षिणावर्ती शंख के समान पूजाघर में स्थापित किया जाता है. इसकी स्थापना से समृद्धि की प्राप्ति व व्यापार में सफलता प्राप्त होती है. इसमें नियमित रूप से लक्ष्मी मंत्र का 11 बार जप अवश्य करें, ऐसा करने से लक्ष्मी जी जल्दी ही प्रसन्न होती है.
कोड़ी शंख :– कोड़ी शंख अत्यंत ही दुर्लभ शंख है। माना जाता है कि यह जिसके भी घर में होता है उसका भाग्य खुला जाता है और समृद्धि बढ़ती जाती है। प्राचीनकाल से ही इस शंख का उपयोग गहने, मुद्रा और पांसे बनाने में किया जाता रहा है। कौरी को कई जगह कौड़ी भी कहा जाता है। पीली कौड़िया घर में रखने से धन में वृद्धि होती है।
हीरा शंख :– इसे पहाड़ी शंख भी कहा जाता है। इसका इस्तेमाल तांत्रिक लोग विशेष रूप से देवी लक्ष्मी की पूजा के लिए करते हैं। यह दक्षिणावर्ती शंख की तरह खुलता है। यह पहाड़ों में पाया जाता है। इसकी खोल पर ऐसा पदार्थ लगा होता है, जो स्पार्कलिंग क्रिस्टल के समान होता है इसीलिए इसे हीरा शंख भी कहते हैं। यह बहुत ही बहूमुल्य माना गया है। यह स्फटिक के समान धवल, पारदर्शी व चमकीला होता है यह बहुत ही ऐष्वर्यदायक लेकिन अत्यंत कमज़ोर होता है. इसमें से हीरे के समान सात रंग निकलते है, इसका इस्तेमाल प्रेम व शुक्र दोष से रक्षा के लिए किया जाता है. इसकी स्थापना से शुक्र ग्रह की कृपा भी प्राप्त होती है.
टाइगर शंख :—
इस शंख पर बाघ के समान धारियां होती है जो बहुत ही सुंदर दिखाई देती है. ये धारियां लाल,गुलाबी,काली व कत्थई जैसे रंग की होती है. इसकी स्थापना से आत्मविश्वास में भी वृद्धि होती है तथा शनि, राहू और केतू ग्रह की व्याधियों से मुक्ति मिलती है|
तात्पर्य यह है कि शंख के अनेक गुण है साथ ही साथ साधक के मन में भी तंत्र शक्ति का संचार भी होता है ये सभी गुण अध्यात्मिक भी है, वैज्ञानिक भी और औषधीय भी है इनके गुणों को देखते हुए इनकी स्थापना अवश्य करनी चाहिए. ऐसा करने से आपके पाप तो नष्ट होंगें ही साथ में हमारी मनोकामनाओं की भी पूर्ति होगी और ये सब हमारे लिए बहुत ही लाभकारी साबित होगा |
शंख के अन्य प्रकार :— देव शंख, चक्र शंख, राक्षस शंख, शनि शंख, राहु शंख, पंचमुखी शंख, वालमपुरी शंख, बुद्ध शंख, केतु शंख, शेषनाग शंख, कच्छप शंख, शेर शंख, कुबार गदा शंख, सुदर्शन शंक आदि।
Monday, 4 December 2017
दिसंबर मास मे जन्म लेने वाले लोगों में ये 4 बाते
दिसंबर मास मे जन्म लेने वाले लोगों में ये 4 बाते
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ज्योतिषशास्त्र के अनुसार,मनुष्यके जन्म के समय जो ग्रह-नक्षत्र होते हैं उससे ही भविष्य तय हो जाता है। इसी को किस्मत कहते हैं। प्रत्येक माह व दिन में ग्रहों और नक्षत्रों का योग अलग अलग होता है। यही कारण है कि एक ही दिन और एक ही महीने में जन्म लेने वाले लोगों का भविष्यफल अलग-अलग होता है।
दिसंबर मास मे जन्म लेने वाले लोगों में कुछ बातें कॉमन रूप से पाई जाती हैं।
1- इस माह जन्म लेने वाले ज्यादातर लोग अपनी मर्जी का करने वाले होते हैं। यह लोग पूरी तरह से नकारा तो नहीं लेकिन आलसी जरूरी होते हैं। 15 दिसंबर के बाद जन्म लेने वाले लोग कलाकार और दार्शनिक प्रकृति के होते हैं।
2- दिसंबर फर्स्ट हाफ में पैदा हुए लोगों को काल्पनिक दुनिया में खोए रहना पसंद होता है। ऐसे लोग कई बार अति भावुकता के कारण दूसरों के लिए परेशानी खड़ी करते हैं। ऐसे लोगों को अपने घर, परिवार को छोड़कर दूर जाना पसंद नहीं होता। इसी वजह से कई बार नौकरी या अन्य लाभ के अवसर भी गंवा देते हैं।
3- दिसंबर में जन्मे लोगों में गजब का आकर्षण होता है। लोगों में एक जबरदस्त गुण ये होतो है कि यह किसी भी महफिल में छा जाने की क्षमता रखते हैं।
4 - दिसंबर अंत में जन्में लोग यदि अपने अंदर थोड़ी गंभीरता लाएं तो इनके अंदर दुनिया को लोहा मनवाने की क्षमता होती है। माना जाता है कि ऐसे लोग चंचलता के कारण एक जगह पर अपना ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते। यदि आप दिसंबर में पैदा हुए लोगों के आस-पास हैं तो आपको खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ेगी क्योंकि ऐसे लोग दिल खोलकर खर्च करने वाले होते हैं। दिसंबर में पैदा लोगों के पास लक्ष्मी की कमी नहीं होती। ये लोग पैसा खर्च के करने के साथ बचत करने में भी माहिर होते हैं। लक्ष्मी की क्र्पा विशेष होती है
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