Friday, 9 December 2016

पारद शिव लिंगकी पूजादेती है -- समृद्धि-धन-संपत्ति

  पारद शिव लिंगकी पूजादेती है -- समृद्धि-धन-संपत्ति -यश-कीर्ति -विवाह बाधा से मुक्ति
parad shiv ling ki puja deti hai samrdhidhan yash karti rog mukti 




Image result for shiv ling parad पारद शब्द की उत्पत्ति भोले नाथ शिव के वीर्य से हुई है- 

पा = विष्णु 
आ =कालिका 
द = ब्रह्मा के बीज अक्षर  है
  1. प्राचीन तांत्रिक ग्रंथो के अनुसार करोड़ो शिवलिंगो की पूजा से जो फल मिलता है उस से भी कई गुना फल पारद शिव लिंग के दर्शन पूजन और अभिषेक से सहज ही प्राप्त हो जाता है-
  2. पारद जिसे अंग्रेजी में एलम भी कहते हैं एक तरल पदार्थ होता है और इसे ठोस रूप में लाने के लिए विभिन्न अन्य धातुओं जैसे कि स्वर्ण, रजत, ताम्र सहित विभिन्न जड़ी-बूटियों का प्रयोग किया जाता है इसे बहुत उच्च तापमान पर पिघला कर स्वर्ण और ताम्र के साथ मिला कर और फिर उन्हें पिघला कर आकार दिया जाता है-
  3. पारद शिव लिंग के नियमित पूजन से आप के घर के समस्त वास्तु दोष-ज़मीन के नीचे के दोष-तांत्रिक बंधन से मुक्ति- शांति-समृद्धि-धन-संपत्ति -यश-कीर्ति -विवाह बाधा से मुक्ति-सुख की प्राप्ति होती है तथा असाध्य रोगो से भी मुक्ति मिल जाती है-

पारद शिवलिंग  के लाभ

  1. घर में पारदेश्वर विग्रह(की नियमित आराधना करने से समस्त रोग-दोष आदि का नाश होता है-ऐसी अद्भुत महिमा है पारे के शिवलिंग की- आप भी इसे अपने घर में स्थापित कर घर में समस्त दोषों से मुक्त हो सकते हैं- लेकिन ध्यान अवश्य रहे कि साथ में शिव परिवार को भी रख कर पूजन करें-
  2. ऐसा माना जाता है कि 100 अश्वमेध यज्ञ, चारों धामों में स्नान, कई किलो स्वर्ण दान और एक लाख गौ दान से जो पुण्य मिलता है वो बस पारे के बने इस शिवलिंग के दर्शन मात्र से ही उपासक को मिल जाता है-
  3. यदि योग और ध्यान में आपका मन लगता हो और मोक्ष की प्राप्ति की इच्छा हो तो आपको पारद शिव लिंगकी उपासना करनी चाहिए-ऐसा करने से आपको मोक्ष की प्राप्ति भी हो जाती है-
  4. पारद के शिवलिंग को शिव का स्वयंभू प्रतीक भी माना गया है रूद्र संहिता में रावण के शिव स्तुति की जब चर्चा होती है तो पारद के शिवलिंग का विशेष वर्णन मिलता है-रावण को रस सिद्ध योगी भी माना गया है, और इसी पारद शिवलिंगका पूजन कर उसने अपनी लंका को स्वर्ण की लंका में तब्दील कर दिया था-
  5. कुछ ऐसा ही वर्णन बाणासुर राक्षस के लिए भी माना जाता है उसे भी पारद शिवलिंगकी उपासना के तहत अपनी इच्छाओं को पूर्ण करने का वर प्राप्त हुआ था-
  6. पारद एक ऐसा शुद्ध पदार्थ माना गया है जो भगवान भोलेनाथ को अत्यंत प्रिय है इसकी महिमा केवल शिवलिंग से ही नहीं बल्कि पारद के कई और अचूक प्रयोगों के द्वारा भी मानी गयी है-
  7. आपको जीवन में कष्टों से मुक्ति नहीं मिल रही हो और हर तरफ से निराश हो-बीमारियों से आप ग्रस्त रहते हों या फिर लोग आपसे विश्वासघात कर देते हों-बड़ी-बड़ी बीमारियों से ग्रस्त हों तो पारद के शिवलिंगको यथाविधि शिव परिवार के साथ पूजन करें-ऐसा करने से आपकी समस्त परेशानियां ख़त्म हो जाएंगी और बड़ी से बड़ी बीमारियों से भी मुक्ति मिल जाएगी-
  8. अगर आपको धन सम्पदा की कमी बनी रहती है तो आपको पारे से बने हुए लक्ष्मी और गणपति को पूजा स्थान में स्थापित करना चाहिए-ऐसा माना जाता है कि जहां पारे का वास होता है वहां माँ लक्ष्मी का भी वास हमेशा रहता है-उनकी उपस्थिति मात्र से ही घर में धन लक्ष्मी का हमेशा वास रहता है|
  9. पूजित पारद शिव लिंग  प्राप्ति करे |

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