हनुमानजी की पुजा से होती है ऋण से मुक्ती
हनुमानजी की पुजा से होती है ऋण से मुक्ती
hanumanji ki puja se hoti hai rin se mukti
यदि आप ऋणग्रस्त हैं तो पूजा कक्ष में धन की देवी मां लक्ष्मीजी के चित्र की पूजा करने का साथ ही 21 हकीक पत्थर का भी पूजन करें और उन्हें अपने मकान में ही कहीं भूमि में गड्डा करके रख दें और उसके ऊपर से मिट्टी की सतह को बना दें। इससे शीघ्र ही ऋण मुक्ति मिल जाती है।
प्रत्येक बुधवार को प्रातः काल गाय को हरा चारा खिलाने से भी ऋणमुक्ति जल्द मिल सकती है।
यदि आप किसी प्रकार के ऋण से ग्रस्त हैं। अपने घर के नजदीक ही स्थित हनुमानजी के मंदिर में जाकर, उनके सम्मुख जनेऊ का एक जोड़ा व चोला अर्पित करें चमेली के तेल का दीपक, धूपबत्ती व चंदन की अगरबत्ती लगाएं। इसके बाद पान के एक पत्ते पर थोड़ा सा शुद्ध मक्खन लगाकर पीले पुष्पों के साथ अर्पित करें। इसके बाद गुड़-चने का भोग लगाएं और धन अर्पित करें। फिर 11 बार परिक्रमा करने के बाद 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें। 1 बार ऋणमोचक मंगलयंत्र स्त्रोत का पाठ करें। {ऋणमोचक मंगलयंत्र की रोज ऋणमोचक मंगल स्त्रोत पुजा करे घरपर }एवं यह सब करने के बाद घर लौटकर गुड़-चने के प्रसाद को लाल वस्त्र में बांधकर किसी सुरक्षित स्थान पर रख दें। जब ऋण से मुक्ति मिल जाए तो उस प्रसाद को ग्रहण करें।
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